Asghar Wajahat

Asghar Wajahat

असग़र वजाहत

जन्म : 1946; फतेहपुर, उत्तर प्रदेश।

शिक्षा : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से हिन्दी में एम.ए., पीएच.डी. और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली से पोस्ट डाक्टोरल रिसर्च। 1971 से जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, दिल्ली के हिन्दी विभाग में अध्यापन। पाँच वर्षों तक ओत्वोश लोरांड विश्वविद्यालय, बुडापेस्ट, हंगरी में अध्यापन। यूरोप और अमेरिका के कई विश्वविद्यालयों में व्याख्यान।

पाँच कहानी-संगह, तीन उपन्यास, एक उपन्यास त्रयी, दो लघु उपन्यास, आठ नाटक, एक नुक्कड़ नाटक-संग्रह, यात्रा-संस्मरण की चार पुस्तकें और कई अन्य पुस्तकें प्रकाशित।

उपन्यास ‘सात आसमान’, नाटक ‘जिस लाहौर नइ देख्या ओ जम्‍याइ नइ’, नुक्कड़ नाटकों में ‘सबसे सस्ता गोश्त’, यात्रा-संस्मरण ‘ईरान : चलते तो अच्छा था’ आदि अत्यन्त महत्त्वपूर्ण और लोकप्रिय हैं।

रचनाओं का कई भारतीय और विदेशी भाषाओं में अनुवाद। नाटकों के मंचन देश-विदेश की कई भाषाओं में।

रचनात्मक लेखन के अलावा नियमित रूप से विभिन्न अख़बारों और पत्रिकाओं के लिए लेखन। 2007 में बीबीसी हिन्दी के अतिथि सम्पादक। ‘हंस’ पत्रिका के लिए विशेष अतिथि सम्पादक के रूप में ‘भारतीय मुसलमान : वर्तमान और भविष्य’ विषय पर और ‘वर्तमान साहित्य’ के लिए ‘प्रवासी साहित्य’ पर विशेषांकों का सम्पादन।

फ़ि‍ल्मों के लिए पटकथाएँ लिखने के अलावा धारावाहिक और डॉक्यूमेंटरी फ़ि‍ल्में भी बनाई हैं।

‘कथा यूके सम्मान’, हिन्दी अकादेमी, दिल्ली के ‘शलाका सम्मान’, ‘स्पन्‍दन कथा शिखर सम्मान’ आदि कई पुरस्कारों से सम्मानित।

चित्रकला और पर्यटन में गहरी रुचि।

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