Ari O Karuna Prabhamaya

-20%

Ari O Karuna Prabhamaya

Ari O Karuna Prabhamaya

150.00 120.00

In stock

150.00 120.00

Author: Sachchidananda Hirananda Vatsyayan Ajneya

Availability: 5 in stock

Pages: 170

Year: 2012

Binding: Hardbound

ISBN: 9788126340200

Language: Hindi

Publisher: Bhartiya Jnanpith

Description

अरी ओ करुणा प्रभामय

महान् साहित्य की परम्परा में ‘अज्ञेय’ की कृतियाँ भीतर के अशान्त सागर को मथकर अन्तर्जगत् की घटना के प्रत्यक्षीकरण द्वारा जीवन, मरण, दुःख, अस्मिता, समाज, आचार, कला, सत्य आदि के अर्थ का साक्षात्कार कराती हैं। ‘अरी ओ करुणा प्रभामय’ की कविताएँ भी एक अत्यन्त सूक्ष्म संवेदनशील मानववाद की कविताएँ हैं। ये कविताएँ साक्षी हैं कि ‘अज्ञेय’ की सूक्ष्म सौन्दर्य-दृष्टि जहाँ जापानी सौन्दर्यबोध से संस्कारित हुई है, वहीं उनकी मानवीय करुणा भी जापानी बौद्ध दर्शन से प्रभावित है। लेकिन यह प्रभाव उस मूल सत्ता का केवल ऊपरी आवेष्टन है, जिसकी ज्वलन्त प्राणवत्ता पहले से ही असन्दिग्ध तो है ही, स्वतःप्रमाण भी है।

प्रस्तुत है ‘अज्ञेय’ के इस ऐतिहासिक महत्त्व के कविता-संग्रह का नया संस्करण।

Additional information

Authors

Binding

Hardbound

ISBN

Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2012

Pulisher

Reviews

There are no reviews yet.


Be the first to review “Ari O Karuna Prabhamaya”

You've just added this product to the cart: