Barfiyan Vyangya Ki

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Barfiyan Vyangya Ki

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Author: Mahesh Garg ‘Bedhadak’

Availability: 5 in stock

Pages: 128

Year: 2021

Binding: Paperback

ISBN: 9789390378319

Language: Hindi

Publisher: Prabhat Prakashan

Description

बर्फियाँ व्यंग्य की

अफसर होना व्यर्थ है

अफसर होना व्यर्थ है, घर में पूछ न ताछ

पत्र-प्रपोजल छोड़कर, बना रहे हैं छाछ

बना रहे हैं छाछ, प्रभु क्या हालत कीन्हीं

मैडम का अब काम रह गया नुक्ता-चीनी

माँ के संग मिलकर बच्चे भी कोस रहे हैं

कुछ आता-जाता नहीं, ये केवल बॉस रहे हैं।

 

पोशाक

फ्रंट रो में एक नेता चल रहे थे साथ-साथ

झकझकाती ड्रेस उनकी देखकर मैंने कहा

तीन पीढ़ी से यही पोशाक,

कोई खास बात ?

वो जरा से मुस्कराए

कवि से कोई क्या छुपाए ?

आजकल इसके बिना पहचान नहीं है

अस्ल बात—इसमें गिरेबान नहीं है !

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Authors

Binding

Paperback

ISBN

Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2021

Pulisher

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