Bharat Ki Sanskritik Kahani : Dinkar Granthmala

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Bharat Ki Sanskritik Kahani : Dinkar Granthmala

Bharat Ki Sanskritik Kahani : Dinkar Granthmala

195.00 150.00

In stock

195.00 150.00

Author: Ramdhari Singh Dinkar

Availability: 5 in stock

Pages: 56

Year: 2019

Binding: Hardbound

ISBN: 9789389243888

Language: Hindi

Publisher: Lokbharti Prakashan

Description

भारत की सांस्कृतिक कहानी

भारतीय संस्कृति और सभ्यता को केन्द्र में रखकर लिखी गई यह पुस्तक मुख्य रूप से चार बातों पर रोशनी डालती है। पहली बात वह है जब आर्य इस देश में आए और द्रविड़ जाति से मिलकर उन्होंने उस संस्कृति की नींव डाली जिसे हम हिन्दू अथवा भारतीय संस्कृति कहते हैं।

दूसरी बात वह है जब यह संस्कृति कुछ पुरानी हो गई और उसके खिलाफ महात्मा बुद्ध और महावीर ने विद्रोह किया, जिसके फलस्वरूप बहुत-सी रूढ़ियाँ दूर हुईं और यह संस्कृति एक बार फिर से नवीन हो गई।

तीसरी बात वह है जब इस देश में मुसलमान आए और हिन्दू-धर्म का इस्लाम से सम्बन्ध हुआ। और चौथी बात वह है जब भारत की मिट्टी पर हिन्दुत्व और इस्लाम, दोनों का सम्बन्ध ईसाई धर्म और यूरोप के विज्ञान और बुद्धिवाद से हुआ।

इन चारों बातों के मद्देनजर हम कह सकते हैं कि यह पुस्तक ‘संस्कृति के चार अध्याय’ का सार रूप है, जिसमें राष्ट्रकवि दिनकर द्वारा सारगर्भित विवेचन प्रस्तुत किया गया है ताकि अनेक तरह के भ्रमों का निराकरण और उनके वास्तविक रूप को उद्घाटित किया जा सके; पहुँचा जा सके किसी मौलिक निष्कर्ष तक। अपने चिन्तन में एक बेहद प्रभावशाली कृति।

संस्कृति और सभ्यता-ये दोनों दो शब्द है और उनके मानी भी अलग-अलग होते हैं। सभ्यता मनुष्य का वह गुण है जिससे वह अपनी बाहरी तरक्की करता है। संस्कृति मनुष्य का वह गुण है जिससे वह अपनी भीतरी उन्नति करता है, दया, माया और परोपकार सीखता है, गीत-नाद, कविता, चित्र और मूर्ति से आनंद लेने की योग्यता हासिल करता है।

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Authors

Binding

Hardbound

ISBN

Pages

Publishing Year

2019

Pulisher

Language

Hindi

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