Sobti Ek Sohbat

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Sobti Ek Sohbat

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800.00 600.00

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800.00 600.00

Author: Krishna Sobti

Availability: 5 in stock

Pages: 412

Year: 2014

Binding: Hardbound

ISBN: 9788171788361

Language: Hindi

Publisher: Rajkamal Prakashan

Description

सोबती एक सोहबत

हिंदी साहित्य के समकालीन परिदृश्य पर कृष्णा सोबती एक विशिष्ट रचनाकार के रूप में समादृत हैं। यह कृति उनके बहुचर्चित कथा-साहित्य, संस्मरणों, रेखाचित्रों, साक्षात्कारों और कविताओं से एक चयन है। उनके कुछ विचारोत्तेजक निबंधों को भी इसमें रखा गया है। इसके साथ ही ‘जिंदगीनामा 2’ से कुछ महत्त्वपूर्ण अंश भी इसमें शामिल हैं, जिसे वे अभी लिख रही हैं। उल्लेखनीय है कि अपनी विभिन्न कथाकृतियों के माध्यम से कृष्णा सोबती ने संस्कृति, संवेदना और भाषा-शिल्प की दृष्टि से हिंदी साहित्य को एक नई व्यापकता प्रदान की है। इस संदर्भ में उनकी इस मान्यता से सहमत हुआ जा सकता है कि हिंदी अगर किसी प्रदेश-विशेष या धर्म-वर्ग की भाषा नहीं है तो उसे अपने संस्कार को व्यापक बनाना होगा।

वस्तुतः उन्होंने बने-बनाए साँचे, चौखटे और चौहद्‌दियाँ हर स्तर पर अस्वीकार की हैं तथा रचना के साथ-साथ स्वयं भी एक नया जन्म लिया है। उनके लिए रचनाकार की ही तरह रचना भी एक जीवित सच्चाई है; उसकी भी एक स्वायत्तता है। उन्हीं के शब्दों में कहें तो ‘रचना न बाहर की प्रेरणा से उपजती है, न केवल रचनाकार के मानसिक दबाव और तनाव से। रचना और रचनाकार-दोनों अपनी-अपनी स्वतंत्र सत्ता में एक-दूसरे का अतिक्रमण करते हैं और एक हो जाते हैं। इसी के साथ लेखक पर रचना की शर्तें लागू हो जाती हैं और रचना पर लेखकीय संयम और अनुशासन।’ कहना न होगा कि यह एक ऐसी कृति है जो न सिर्फ एक लेखक की बहुआयामी रचनाशीलता को समझने का अवसर जुटाती है बल्कि समकालीन रचनात्मकता से जुड़े अनेक सवालों को भी हमारी चिंताओं में शामिल करती है।

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Hardbound

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Language

Hindi

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Publishing Year

2014

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