Kamdev ka Apna Basant Ritu ka Sapna

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Kamdev ka Apna Basant Ritu ka Sapna

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100.00 85.00

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100.00 85.00

Author: Habib Tanvir

Availability: 4 in stock

Pages: 64

Year: 2018

Binding: Paperback

ISBN: 9789352291403

Language: Hindi

Publisher: Vani Prakashan

Description

कामदेव का अपना वसंत ऋतु का सपना

एथेंस का ड्यूक थिसियस अमेज़नों की रानी हिपोलाइटा से विवाह की तैयारियाँ कर रहा है। विवाहोत्सव की उसकी योजनाएँ गँवई कारीगरों के एक दल को अपने ही द्वारा विरचित एक त्रासदी का मंचन करने को उकसाता है जिसका पूर्वाभ्यास वे पास के एक वन में करने का निश्चय करते हैं। उसी समय एक प्रेमी युगल हर्मिया और लाइसेंडर उसी वन में छिप जाते हैं क्योंकि हर्मिया का पिता चाहता है कि बेटी का विवाह डेमेट्रियस नामक दूसरे नवयुवक से हो। प्रेमी युगल ग़लती से अपनी योजनाएँ हेलेना को बता देते हैं जो डेमेट्रियस को चाहती है। ड्यूक के विवाह के उपलक्ष्य में वन आई हुई परियों से भरा हुआ है। उनके राजा ओबरॉन की अपनी रानी टाइटानिया से खटपट हो गई है। पक नामक एक गण को एक ऐसा फूल खोजने वन में भेजता है जिसका रस यदि किसी सोते हुए व्यक्ति की पलकों में निचोड़ दिया जाए तो वह जागने के बाद जिस पहले जीव को देखेगा उसी के प्रेम में पड़ जाएगा। ओबरॉन की कारस्तानियाँ और पक द्वारा जान-बूझकर की गई गलतियाँ प्रेमियों को कई ग़लतफ़मियों में डाल देती हैं जो तभी सुलझती हैं जब ओबरॉन टाइटानिया को उसका असली रूप लौटा देता है। अब चारों प्रेमियों को अपना सही साथी मिल जाता है और ड्यूक थिसियस उन्हें अपने साथ तिहरे विवाहोत्सव में सम्मिलित होने के लिए एथेंस लौटने के लिए निमंत्रित करता है जिसमें गँवई कारीगरों की रंगमंडली एक लोटपोट कर देनेवाला मंचन प्रस्तुत वरती है।

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Authors

Binding

Paperback

ISBN

Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2018

Pulisher

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