-30%
Anuvad Anusrijan
₹395.00 ₹275.00
₹395.00 ₹275.00
₹395.00 ₹275.00
Author: A Arvindakshan
Pages: 127
Year: 2019
Binding: Hardbound
ISBN: 9788183619127
Language: Hindi
Publisher: Radhakrishna Prakashan
अनुवाद अनुसृजन
प्रौद्योगिकी के प्रचुर विकास के साथ अनुवाद का एक नया आयाम सामने आ गया और वह है मशीनी अनुवाद। कई संस्थाएँ देश-विदेश में इस नई प्रौद्योगिकी के विकास में योगदान दे रही हैं। मशीनी अनुवाद की पूरी प्रक्रिया तथा तत्सम्बन्धी समस्याओं का बहुत बड़ा क्षेत्र है जो आजकल अनुवाद के क्षेत्र में नूतन अविष्कारों के साथ सामने आ रहा है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास के साथ मशीनी अनुवाद भी विकसित होता जा रहा है। मशीनी अनुवाद के विकास ने तथा उसकी अनन्त सम्भावनाओं ने अनुवाद-कार्य को प्रोफेशनल स्वरुप प्रदान किया है। यही नहीं, अनुवाद के प्रोफेशनल स्वरुप को देखते हुए ऐसा ही लगता है कि यह एक इंडस्ट्री के रूप में विकसित हो सकता है। भारत जैसे बहुभाषी देश में इसकी सम्भावनाएं अधिक हैं।
यह ग्रन्थ अनुवाद को दो तरह से देख रहा है—अकादमिक तथा प्रोफेशनल स्तर से। अनुवाद में ये दोनों मुख्य हैं। मेरा यही विचार है कि अनुवाद के विद्यार्थियों, शोधार्थियों एवं अध्यापकों के लिए यह ग्रन्थ उपयोगी सिद्ध होगा।
– भूमिका से
Authors | |
---|---|
Binding | Hardbound |
Language | Hindi |
ISBN | |
Pages | |
Publishing Year | 2019 |
Pulisher |
ए. अरविंदाक्षन
जन्म : 10 जून, 1949, पालक्काड (केरल)।
शिक्षा : एम.ए. , पी-एच.डी.।
सम्प्रति : प्रोफेसर, हिंदी विभाग, अध्यक्ष – मानविकी संकाय कोच्चीन विज्ञान व प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कोच्चीन। 1977 से अध्यापन-कार्य का आरम्भ।
भाषा : मलयालम, हिंदी
विधाएँ : कविता, आलोचना, निबंध।
Reviews
There are no reviews yet.