Nagvansh Ki Purakathayein

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Nagvansh Ki Purakathayein

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500.00 425.00

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Author: Shiv Kumar Tiwari

Availability: 5 in stock

Pages: 191

Year: 2014

Binding: Hardbound

ISBN: 9788126727278

Language: Hindi

Publisher: Radhakrishna Prakashan

Description

नागवंश की पुराकथाएं

नागवंश की पुराकथाएं एतिहासिक भारत के उस आदि समाज की कथाएं हैं जिनके सूत्र संस्कृत, पली एवं प्राकृत भाषाओँ में लिखे प्राचीन ग्रंथों में मिलते हैं। वस्तुतः नाग संस्कृति मानव समाज की उन गिनी-चुनी विश्व-संस्कृतियों में से एक है, जिसका अविछिन्न प्रवाह विगत चार य पांच सहस्त्राब्दियो से अब तक गतिमान है। भारत में नागों के नाम पर नदियाँ हैं, क्षेत्र हैं, नगर हैं तथा व्यक्तियों के उपनाम हैं, ये नाग संस्कृति की जीवन्तता के प्रमाण हैं। ‘नागवंश की पुराकथाएँ’ भारत की एक आटीऍःईण किन्तु दीर्घजीवी विस्मृत-से पुरातन नाग संस्कृति के कुछ तिनकों को साथ रखकर रूपायित करने का प्रयास है। ग्रन्थ में संकलित कथाओं को सर्गो में विभाजित किया गया है। स्थापित कथाओं की चर्चा n करते हुए यह ग्रन्थ अल्पज्ञात पौराणिक संकेतों और लोक कथाओं में प्रचलित आख्यानों के आधार पर नाग समाज की संस्कृति और समजिन विशेषताओं को कथाओं के माध्यम से प्रस्तुत करने का यत्न करता है। यह प्रयास अपने आप ही इस ग्रन्थ को दूसरे ग्रंथों के मुकाबले अग्रिम भूमिका में लाकर खड़ा कर देता है। नागों की संस्कृति के अध्ययन में निश्चय ही यह एक उल्लेखनीय ग्रन्थ है।

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Hardbound

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Language

Hindi

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Publishing Year

2014

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