Gyaneshwar Muley

Gyaneshwar Muley

ज्ञानेश्वर मुळे

ज्ञानेश्वर मुळे का जन्म 5 नवम्बर, 1958 को हुआ। उन्होंने मुम्बई विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर किया। पेशे से राजनयिक ज्ञानेश्वर मुळे 1983 से भारतीय विदेश सेवा में कार्यरत रहे। जापान, रूस, मॉरीशस, सीरिया और मालदीव के भारतीय दूतावासों में विभिन्न उच्च पदों पर आसीन रहे। भारत सरकार के वाणिज्य एवं वित्त मंत्रालयों में भी कार्य किया। विदेश मंत्रालय में सचिव रहे श्री मुळे सेवानिवृ​त्ति के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य के रूप में कार्यरत हैं।

उन्होंने मुख्यतः मराठी और हिन्दी में उपन्यास, कविता, निबन्ध, यात्रा-वृत्तान्त व आत्मकथात्मक लेखन किया है। उनकी प्रमुख कृतियाँ हैं—नोकरशाइचे रंग, ग्यानबाची मेख, स्वताहातील अवकाश, रशिया—नव्या दिशांचे आमंत्रण, रस्ताच वेगला धरला, माणूस आणि मुक्काम, दूर राहिला गाव, माती पंख आणि आकाश, जोनाकी (मराठी); ऋतु उग रही है, मन के खलिहानों में, सुबह है कि होती नहीं, अन्दर एक आसमान (हिन्दी-उर्दू); अहलान व सहलान—ए सीरियन जर्नी; ए कम्पेरेटिव स्टडी ऑफ पोस्ट वर्ल्ड वार-II, जापानीज एंड पोस्ट इंडिपेंडेंस मराठी पोएट्री (अंग्रेज़ी); माती पंख आणि आकाश का हिन्दी अनुवाद माटी पंख और आकाश तथा माणूस आणि मुक्काम का हिन्दी अनुवाद मैं जहाँ-जहाँ चला हूँ नाम से प्रकाशित। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में नियमित लेखन।

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