Nirmala Bhuradia

Nirmala Bhuradia

निर्मला भुराड़िया

प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान के साथ मास्टर ऑफ साइंस-लाइफ साइंस की डिग्री लेने वाली निर्मला भुराड़िया की जीवन के जीवंत विज्ञान में गहरी रुचि उन्हें पत्रकारिता-जगत में खींच लाई। मीडिया में सक्रिय रहकर उन्होंने गहरी छानबीन के साथ जीवन की कसौटी पर उसे अच्छी तरह परखा भी है।

मध्य प्रदेश के सुप्रतिष्ठित समाचार-पत्र ‘नईदुनिया’ से जुड़ी लेखिका की मान्यता है कि अखबारों को सत्ता एवं राजनीति का मोहरा नहीं, बल्कि मूल्यपरक होना चाहिए। वह “नईदुनिया” में साप्ताहिक स्तंभ “अपनी बात” के माध्यम से विचारोत्तेजक सामग्री प्रस्तुत करती रहती हैं। इनकी छह पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। बहुचर्चित उपन्यास ‘ऑब्जेक्शन मी लॉर्ड’ को साहित्य अकादमी मध्य प्रदेश साहित्य परिषद्‌ द्वारा एवं ‘फिर कोई प्रश्न करो नचिकेता’ को मध्य प्रदेश साहित्य सम्मेलन द्वारा वागीश्वरी सम्मान से सम्मानित किया गया।

‘खुशी का विज्ञान’ भी इनकी बेहद चर्चित पुस्तक रही। दो कहानी संग्रह-‘एक ही कैनवास पर बार-बार’, ‘मत हँसो पद्मावती’ तथा ‘विश्वसुंदरी’ (कविता संग्रह) भी चर्चित रहे।

‘गुलाम मंडी’ ह्यूमन ट्रैफिकिंग, देह व्यापार एवं किन्नरों की समस्याओं पर आधारित इनका नवीनतम उपन्यास है।

निर्मला भुराड़िया दूरदर्शन के विश्वविद्यालय अनुदान कार्यक्रम (यू.जी.सी.) एवं इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) के टेलीविजन कार्यक्रमों हेतु स्क्रिप्ट लेखन भी करती रही हैं।

संपर्क : मैगजीन एडीटर-नईदुनिया, इंदौर (मध्यप्रदेश)

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