Itihas Smriti Akansha

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Itihas Smriti Akansha

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125.00 100.00

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125.00 100.00

Author: Nirmal Verma

Availability: 5 in stock

Pages: 80

Year: 2023

Binding: Paperback

ISBN: 9789352299317

Language: Hindi

Publisher: Vani Prakashan

Description

इतिहास स्मृति आकांक्षा

इतिहास, स्मृति, आकांक्षा निर्मल वर्मा का चिन्तक पक्ष उभारती है। क्या मनुष्य इतिहास के बाहर किसी और समय में रह सकता है ? रहना भी चाहे तो क्या वह स्वतन्त्र है ? स्वतन्त्र हो तो भी क्या यह वांछनीय होगा ? क्या यह मनुष्य की उस छवि और अवधारणा का ही अन्त नहीं होगा, जिसे वह इतिहास के चौखटे में जड़ता आया है ? इतिहास बोध क्या है ? क्या वह प्रकृति की काल चेतना को खण्डित करके ही पाया जा सकता है ? लेकिन उस काल चेतना से स्खलित होकर मनुष्य क्या अपनी नियति का निर्माता हो सकता है ? जिसे हम मनुष्य की चेतना का विकास कहते हैं, वहीं से मनुष्य की आत्म विस्मृति का अन्धकार भी शुरू होता है।

यदि मनुष्य की पहचान उस क्षण से होती है जब उसने प्रकृति के काल बोध को खण्डित करते हुए इतिहास में अपनी जगह बनायी थी तो क्या उस प्रकृति के नियमों को नहीं माना जा सकता जिसका काल बोध अब भी उसके भीतर है।…आज जब ऐतिहासिक विचारधाराओं के संकट पर सब ओर इतना गहन और मूल स्तर पर पुनर्परीक्षण हो रहा है तब निर्मल वर्मा के यह व्याख्यान एक अतिरिक्त महत्त्व और प्रासंगिकता लेकर सामने आते हैं।

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Paperback

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Language

Hindi

Pages

Pulisher

Publishing Year

2023

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