Koi Takleef Nahin

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Koi Takleef Nahin

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Author: Rajendra Shrivastava

Availability: Out of stock

Pages: 112

Year: 2019

Binding: Hardbound

ISBN: 9788183616478

Language: Hindi

Publisher: Radhakrishna Prakashan

Description

कोई तकलीफ नहीं

राजेन्द्र श्रीवास्तव के कहानी-संग्रह ‘कोई तकलीफ नहीं’ की एक कहानी, जिसका शीर्षक ‘कहानी’ है, में आए कुछ वाक्य हैं—‘…मछली का लुत्फ उठाते हुए मैं यही सोच रहा था कि सुख की भी कितनी अलग-अलग किस्में हैं। स्वादिष्ट भोजन का सुख अलग, सेक्स का सुख अलग, अच्छी रचना लिखने का सुख अलग। बड़ी गजब की वैराइटी है, एक-दूसरे से सर्वथा भिन्न।’ जीवन में सुख और और दुख की न जाने कितनी किस्में होती हैं। एक अच्छे रचनाकार को इनकी अचूक पहचान होती है। इन्हीं से मिलकर अनन्तरूपी जीवन की रचना होती है।

राजेन्द्र श्रीवास्तव की कहानियाँ सभ्यता के इस ‘अन्तर्विरोधी चरण’ में आ चुके समाज की दुखती रगों पर उँगली रखती हैं। यह समाज जो एक साथ सम्पन्न भी है और दरिद्र भी, जीवन्त भी है और मरणासन्न भी। ‘जन्मदिन की पार्टी’ में जब विचित्र तरह से व्यंजनों की सूची आती है तब ‘भूख’ शब्द की उपस्थिति महसूस होती है। ‘तिरस्कार’ की सावित्री, ‘साड़ी’ की सास-बहू, ‘हार-जीत’ के माहेश्वरी प्रसाद और ‘सम्पन्नता’ के विनायक बाबू जैसे चरित्र जीवन के घात-प्रतिघात से उपजे हैं। मर्म से भरी भाषा ने कहानियों को गति दी है। संग्रह की एक कहानी ‘पूरी लिखी जा चुकी कविता’ का निहितार्थ समझ लें तो जीवन और शब्द का सहजीवी रिश्ता भी जगमगा उठता है।

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Authors

Binding

Hardbound

ISBN

Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2019

Pulisher

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