Mohan Rakesh Ki Sampurna Kahaniyan

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Mohan Rakesh Ki Sampurna Kahaniyan

Mohan Rakesh Ki Sampurna Kahaniyan

795.00 585.00

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Author: Mohan Rakesh

Availability: 5 in stock

Pages: 528

Year: 2025

Binding: Hardbound

ISBN: 9788170282280

Language: Hindi

Publisher: Rajpal and Sons

Description

मोहन राकेश की सम्पूर्ण कहानियाँ

नई कहानी का उद्भव तथा विकास में मोहन राकेश का अग्रणी स्थान है। उन्होंने अपने जीवन-काल में साठ के लगभग कहानियाँ लिखीं हैं जो 1947 से 1969 के बीच विभिन्न संग्रहों में प्रकाशिक होती रहीं। फिर 1972 में इन सब कहानियों का संकलन तीन संग्रहों में प्रकाशित हुआ, जिनके साथ कमलेश्वर ने पुस्तकाकार अप्रकाशित एक दर्जन कहानियों को सम्पादित कर चौथे संग्रह के रूप में प्रकाशित कराया।

समय बीतते ये संग्रह भी समाप्त हो गए और यह जरूरत महसूस की जाने लगी कि सभी कहानियाँ एक ही संग्रह में प्रकाशित की जाएँ। प्रस्तुत संग्रह इसी माँग का परिणाम है। यह अन्तिम तथा स्थायी रूप है।

प्रस्तुत संग्रह में मोहन राकेश की कुल 46 कहानियाँ हैं। लगभग बाईस वर्षों के रचनाकाल के दौरान लिखी गई ये जीवन्त कहानियां रचनाकार की असाधारण लेखन-क्षमता का परिचय देती हैं। इनमें जीवन के अछूते सन्दर्भों को सामने रखते हुए लेखक ने कथा के ऐसे रोचक ताने-बाने बुने हैं कि पाठक मुग्ध रह जाता है। सूक्ष्म से सूक्ष्म अनुभूतियों को इनमें मार्मिक अभिव्यक्ति मिली है।

मोहन राकेश अपने दौर के सर्वाधिक चर्चित रचनाकार थे। उन्हें अपूर्व लोकप्रियता अपने नाटकों के कारण मिली थी, लेकिन कथा-साहित्य की विकास यात्रा के क्रम में भी उनकी कथात्मक कृतियाँ मील के पत्थर के समान हैं। उनके उपन्यासों और कहानियों में जीवन की त्रासदियाँ पूरी संजीदगी से मुखर हुई हैं। इस संग्रह की कहानियों से इस तथ्य की पुष्टि होती है।

Additional information

Authors

Binding

Hardbound

ISBN

Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2025

Pulisher

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