Shesh Prashan

-20%

Shesh Prashan

Shesh Prashan

250.00 200.00

In stock

250.00 200.00

Author: Sharat Chandra Chattopadhyay

Availability: 5 in stock

Pages: 292

Year: 2012

Binding: Hardbound

ISBN: 9788170167136

Language: Hindi

Publisher: Kitabghar Prakashan

Description

शेष प्रश्न

भारतवर्ष की पुरातन सभ्यता, पुरातन संस्कृति, पुरातन परम्परा और पुरातन रीति-रिवाजों में सभी उचित और श्रेष्ठ नहीं हैं। काल के बदलते परिवेश में आंखें मूंद कर अगर हम उनका अनुशरण करने लगे तो हम न देश का कल्याण कर पाएंगे, न भारतीय समाज का। काल परिवर्तन के साथ-साथ हमें उनमें से बहुतों को छोड़ देना पड़ेगा।

इसी प्रकार पाश्चात्य जगत का सभी कुछ बुरा नहीं है। पाश्चात्य सभ्यता की बहुत-सी देन और अच्छाइयां ऐसी हैं, जिनकी आज के युग में उपेक्षा नहीं की जा सकती। हमें देश और समाज के कल्याण के लिए उसकी अच्छाइयों और विशेषताओं को ग्रहण करना ही पड़ेगा।

बंगला साहित्य के अमर शिल्पी शरत्-चन्द्र का ‘शेष प्रश्न’ इन्हीं दो विरोधी विचारधाराओं के टकराव से उत्पन्न प्रश्नों का उत्तर है।

Additional information

Authors

Binding

Hardbound

ISBN

Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2012

Pulisher

Reviews

There are no reviews yet.


Be the first to review “Shesh Prashan”

You've just added this product to the cart:

error: Content is protected !!