आपका जन्म सन् 1975 ई. में बुलन्दशहर जिले के पहासू क़स्बे में हुआ। आपकी प्रारम्भिक शिक्षा क़स्बे के विद्यालय से ही हुई और उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली प्रस्थान किया। कुछ दिनों, गोरखपुर और कोलकाता जैसे सांस्कृतिक शहरों में भी अध्ययन काल के दौरान आपका रहना हुआ। कविता लिखने की प्रेरणा बचपन में क़स्बाई परिवेश से ही मिली और अध्ययन काल में साहित्यिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों से सक्रिय जुड़ाव रहा।
तकनीकी और प्रशासनिक पदों के दायरे भी आपके साहित्यिक मिजाज को अतिक्रमित नहीं कर पाये। विभिन्न पत्र-पत्रिकओं में पिछले दशक से छपते हुए आज जाकर कविता की पहली किताब को एक शक्ल दी है।
वर्ष 1998 में भारतीय इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात भारतीय रेलवे में क्षेत्रीय प्रबन्धक, उप मुख्य सतर्कता अधिकारी, उप महा प्रबन्धक आदि पदों पर योगदान देने के बाद आजकल दक्षिण पूर्व रेलवे में, मुख्य अभियन्ता (फ्रेट रोलिंग स्टॉक) के पद को सँभाल रहे हैं। कार्यक्षेत्र में उत्कृष्ट सेवा एवं कार्य निष्पादन के लिए रेल मन्त्रालय द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। और राजभाषा के प्रचार-प्रसार में उल्लेखनीय योगदान के लिए रेलवे द्वारा पुरस्कृत किया गया।
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