प्रस्तुत पुस्तक ‘मानव जीवन और पर्यावरण’ की लेखिका डॉ. कनकलता विश्वकर्मा वर्तमान में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर से सम्बद्ध हरिश्चन्द्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय-वाराणसी के शिक्षा संकाय में प्रवक्ता हैं। आपके पिता प्रवर डॉ. लक्ष्मीनारायण विश्वकर्मा इसी कॉलेज में गणित के आचार्य एवं अध्यक्ष थे। डॉ. कनकलता जी को उच्च शिक्षा में रूचि धरोहर रूप में मिली हुई है।
लेखिका का जन्म 25 मार्च, 1969 को वाराणसी में हुआ। आप की प्रारम्भिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा इसी नगरी में सम्पन्न हुई। शोध कार्य महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ यूनिवर्सिटी वाराणसी के शिक्षा संकाय से सम्पन्न हुआ।
प्रारम्भ से ही आपका पर्यावरण शिक्षा में विशेष रूचि रही है। आपने तद्विषयक शोध पत्र कई राष्ट्रीय संगोष्ठियों में पढ़ा और इस क्षेत्र में कार्य करने के लिए विद्वतजनों द्वारा सराहा गया। लेखिका की पुस्तक के रूप में यह पहली कृति है। इस पुस्तक के अतिरिक्त आपके विभिन्न लेख, समीक्षा, शोध-पत्र देश के अनेक पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं।