मन्मथनाथ गुप्त (1908) का जन्म वाराणसी में हुआ। वे स्वतंत्रता के क्रांतिकारी आंदोलन के क्रियाशील सदस्य रहे। इनके 80 से अधिक ग्रंथ प्रकाशित हो चुके हैं। हिन्दी कथा साहित्य और समीक्षा के क्षेत्र में इनका विशेष योगदान हैं। इनकी कुछ प्रमुख कृतियां हैं-कथाकार प्रेमचंद; प्रगतिवाद की रूपरेखा; बहता पानी; क्रांतिकारी युग के संस्मरण; साहित्य, कला, समीक्षा आदि।
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