युवा शायर प्रमोद भट्ट (ओशो नीलांचल) का जन्म 23 नवम्बर 1967 को सागर (म.प्र.) में हुआ। मन्नू देवी और पिता रामशंकर की इस संतान ने बी-एस.सी, एम.ए. अंग्रेजी साहित्य से किया, उर्दू में डिप्लोमा प्राप्त किया है। वे ओशो के शिष्य और ध्यान सिखाने वाले आचार्य हैं। उनकी ग़ज़लें विभिन्न गायकों ने गायी हैं ओशो जगत में उनके कई गीत नृत्य करने पर मजबूर करते हैं उनके ग़ज़ल संग्रह ‘वक़्त का दरिया’ को ‘अम्बिका प्रसाद दिव्य स्मृति पुरस्कार’ मिला है।
‘ओशो तुम्हें सलाम’ नाम से उनके समाधि गीत संकलन भी प्रकाशित हो चुका है। वे पश्चिम मध्य रेलवे में टिकट निरीक्षक भी हैं। निवास : गुलाब कालोनी, सागर-470008, म.प्र.।
ई-मेल : pramodkatbhatt@gmail.com
View cart “Teri Ankhon Mein Raat Doobi Hai” has been added to your cart.
View cart “Teri Ankhon Mein Raat Doobi Hai” has been added to your cart.