12 फरवरी, 1994 को जैसलमेर, राजस्थान के लौद्रवा गाँव में जन्मे सुमेर सिंह राठौड़ अपनी फ़ोटोग्राफी और डॉक्यूमेंट्री फ़िल्ममेकिंग के लिए सोशल मीडिया का जाना-पहचाना नाम है। उन्होंने भारतीय जनसंचार संस्थान, दिल्ली से पत्रकारिता की पढ़ाई की। कुछ समय के लिए पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय रहे फिर राजकमल प्रकाशन, दिल्ली से जुड़े जहाँ बतौर सोशल मीडिया एडिटर एक लम्बा वक्त बिताया। कैमरा उनकी पसंद है, उनकी दुनिया है। फ़िलहाल जैसलमेर-दिल्ली-मुम्बई तीनों जगहों पर आते-जाते और रहते हुए डॉक्युमेंट्री फ़िल्में बना रहे हैं। ‘बंजारे की चिट्ठियाँ’ उनकी पहली किताब है।