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Description
आज का समाज
यह जोशी जी के उन लेखों का संकलन है जो उन्होंने साप्ताहिक आउटलुक के लिए लिखे थे; सामाजिक राजनीतिक परिस्थितियों तथा घटनाओं को ध्यान में रखकर लिखे गए इन लेखों में कुछ विषयों और प्रसंगों का दुहराव भी हुआ है। इसे ध्यान में रखकर ही वे इन लेखों को विषयवार अलग करके जरूरी परिवर्तन-परिवर्द्धन तथा सम्पादन के उपरान्त प्रकाशित कराना चाहते थे, किन्तु उनके आकस्मिक निधन से सभी कुछ जहाँ का जहाँ धरा रह गया। अब यह सोचा गया कि इन लेखों को बिना किसी परिवर्तन के प्रकाशन क्रम से रखा जाए, सो यह उसी रूप में पाठकों के सम्मुख है। इसमें कहीं-कहीं पुनरावृत्ति हो सकती है।
अपने लिखे एक-एक शब्द और वाक्य के लिए सतत् सजग जोशी जी शायद इससे सन्तुष्ट नहीं हो पाएँ, पर उनके प्रेमी पाठक इन लेखों को पुस्तक रूप में पाकर निश्चय ही प्रसन्न होंगे-ऐसी आशा है। अन्त में,
त्वदीयं वस्तु ग्रोविन्द तुभ्यमेव समर्पयेत।
– भगवती जोशी
Additional information
Authors | |
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Binding | Hardbound |
ISBN | |
Language | Hindi |
Pages | |
Publishing Year | 2021 |
Pulisher |
Deepak –
अद्भुत व्यंग्य