Bhartiya Bhashaon Mein Ramkatha : Awadhi Bhasha

-12%

Bhartiya Bhashaon Mein Ramkatha : Awadhi Bhasha

Bhartiya Bhashaon Mein Ramkatha : Awadhi Bhasha

300.00 265.00

In stock

300.00 265.00

Author: Dr. Suryaprasad Dixit

Availability: 5 in stock

Pages: 156

Year: 2015

Binding: Hardbound

ISBN: 9789352290512

Language: Hindi

Publisher: Vani Prakashan

Description

भारतीय भाषाओं में रामकथा – अवधी

भारतीय संस्कृति के विभाजन को केन्द्र में रखते हुए भारतीय भाषाओं एवं राज्यों को पृथक्-पृथक् खंडों में बाँटने वाले विदेशी राजतन्त्रों के कारण भारत बराबर टूटते हुए भी, अपने सांस्कृतिक सन्दर्भों के कारण, अब भी एक सूत्रा में बँधा है। एकता के सूत्रा में बाँधने वाले सन्दर्भों में राम, कृष्ण, शिव आदि के सन्दर्भ अक्षय हैं। भारतीय संस्कृति अपने आदिकाल से ही राममयी लोकमयता की पारस्परिक उदारता से जुड़ी सम्पूर्ण देश, उसके विविध प्रदेशों एवं उनकी लोक व्यवहार की भाषाओं में लोकाचरण एवं सम्बद्ध क्रियाकलापों से अनिवार्यतः हजारों-हजारों वर्षों से एकमेव रही है। सम्पूर्ण भारत तथा उसकी समन्वयी चेतना से पूर्णतः जुड़ी इस भारतीय अस्मिता को पुनः भारतीयों के सामने रखना और इसका बोध कराना कि पश्चिमी सभ्यता के विविध रूपों से आक्रान्त हम भारतीय अपनी अस्मिता से अपने को पुनः अलंकृत करें।

भारतीय भाषाओं में रामकथा को जन-जन तक पहुँचाने का यह हमारा विनम्र प्रयास है। अवधी भाषा में यद्यपि रामकथा का बड़ा वैविध्य है, फिर भी, परिमाण और स्तर की दृष्टि से सर्वाधिक समृद्ध काव्यधारा है-रामकाव्य की। अधावधि अवधी में शताधिक रामकाव्य रचे गये हैं। इस रामकाव्य परम्परा में रामकथा से सम्बन्धित समस्त पात्रों स्थानों, घटनाओं और उनके रचनाकारों का समावेश किया जाना अभीष्ट है।

Additional information

Authors

Binding

Hardbound

ISBN

Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2015

Pulisher

Reviews

There are no reviews yet.


Be the first to review “Bhartiya Bhashaon Mein Ramkatha : Awadhi Bhasha”

You've just added this product to the cart:

error: Content is protected !!