Khaki Aakhyan

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Khaki Aakhyan

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399.00 319.00

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Author: Shailendra Sagar

Availability: 5 in stock

Pages: 328

Year: 2023

Binding: Paperback

ISBN: 9788196103422

Language: Hindi

Publisher: Setu Prakashan

Description

खाकी आख्यान

यह हमारे लोकतन्त्र के लिए बहुत बड़ा खतरा है क्योंकि इस व्यवस्था का लाभ उठाकर आपराधिक पृष्ठभूमि के व्यक्ति राजनीति में प्रवेश करते जा रहे हैं और उच्च पदों तक पहुँच चुके हैं। हमें अपनी आर्थिक प्रगति पर बहुत गर्व है परन्तु आर्थिक प्रगति के लिए शान्ति व्यवस्था का अच्छा होना अत्यन्त आवश्यक है। उसके अभाव में आर्थिक ढाँचे का महल एक बालू की नींव पर खड़ा होगा जो भी भरभराकर गिर सकता है। लेखक ने पुस्तक के अन्त में पुलिस में सुधार की आवश्यकता पर हम सभी का ध्यान आकर्षित किया है, वह वास्तव में समीचीन है। यह पुस्तक पुलिस सेवा के कार्यकलाप व अनुभवों का गम्भीर किन्तु पठनीय और रोचक आख्यान है। मेरे विचार से यह पुस्तक पुलिस अधिकारियों को, विशेष तौर पर वे अधिकारी जो नौकरी शुरू कर रहे हैं, उन्हें अवश्य पढ़नी चाहिए। इससे उन्हें बहुत सारी समस्याओं की जानकारी हो जाएगी जो शुरू के वर्षों में होती हैं और जहाँ नये अधिकारी अक्सर दिग्भ्रमित हो जाते हैं।

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Authors

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Paperback

ISBN

Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2023

Pulisher

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