Mahatirth Ke Antim Yatri

-25%

Mahatirth Ke Antim Yatri

Mahatirth Ke Antim Yatri

325.00 245.00

In stock

325.00 245.00

Author: Bimal Dey

Availability: 5 in stock

Pages: 364

Year: 2019

Binding: Paperback

ISBN: 9788180315121

Language: Hindi

Publisher: Lokbharti Prakashan

Description

महातीर्थ के अन्तिम यात्री

सन् 1956 में तिब्बत का दरवाज़ा विदेशियों के लिए लगभग बन्‍द हो चुका था और राजनैतिक कारणों से भारत के साथ तिब्बत का सम्‍पर्क भी लगभग टूट चुका था। उन्हीं दिनों, बिना किसी तैयारी के, बिमल दे घर से भागे और नेपाली तीर्थयात्रियों के एक दल में सम्मिलित हो ल्हासा तक जा पहुँचे। उस समय उनकी उम्र मात्र पन्‍द्रह वर्ष थी। यात्रियों में वह नवीन मौनी बाबा। ल्हासा में उन्‍होंने तीर्थयात्रियों का दल छोड़ा, और वहाँ से अकेले ही कैलास खंड की ओर कूच कर गए। ‘महातीर्थ के अन्तिम यात्री’ में उसी रोमांचक यात्रा-अनुभाव का वर्णन है। बिमल दे ने स्वयं इसे ‘एक भिखमंगे की डायरी’ कहा है। किन्‍तु इस पुस्तक में मिलेगा तिब्बत का दैनंदिन जीवन तथा महातीर्थ का पूर्ण विवरण।

Additional information

Authors

Binding

Paperback

ISBN

Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2019

Pulisher

Reviews

There are no reviews yet.


Be the first to review “Mahatirth Ke Antim Yatri”

You've just added this product to the cart:

error: Content is protected !!