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Description
पीली आँधी
प्रभा खेतान ने अपने विशिष्ट लेखकीय साहस के साथस्वी की सिर्फ बाहरी नहीं, उसकी निहायत निजी, आन्तरिक और गोपनीय परतों को भी अपनी रचनाओं में खोला है। उनके यहाँ पुरानी औरत खुद अपने हाथों से अपना सिर काटने वाली और फीनिक्स की तरह पुनः-पुनः अपनी ही आग से एक नये रूप में जन्म लेने वाली औरत होती है।
पीली आँधी में तीन-तीन पीढियों की औरतें हैं जो कोई सौ-डेढ़ सौ साल की यात्रा करते हुए, अपनी-अपनी बात कहते हुए हमारे आज तक पहुँचती हैं। शिक्षा, निरन्तर परिवर्तनशील परिवेश के दबाव और बंगाल की सामाजिक जागरुकता के बीच प्रभा खेतान अपने जीवन का चुनाव स्वयं, अपनी तरह से करना चाहती है-वह स्वयं अपने आर्थिक स्रोतों की खोज करती है और इस प्रक्रिया में भयावह मानसिक-भावनात्मक रूणान्तरणों से दो-चार होती है। नईं-नईं चुनौतियों की रचना करने और उन्हें साहसपूर्वक झेंलनेवाली इसी औरत की अक्कासी इस उपन्यास में है।
Additional information
Authors | |
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Binding | Paperback |
ISBN | |
Pages | |
Publishing Year | 2023 |
Pulisher | |
Language | Hindi |
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