Shubh Sanyog

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Shubh Sanyog

Shubh Sanyog

199.00 169.00

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199.00 169.00

Author: Bimal Mitra

Availability: 5 in stock

Pages: 160

Year: 2022

Binding: Paperback

ISBN: 9788180316067

Language: Hindi

Publisher: Lokbharti Prakashan

Description

शुभ संयोग

…आज बीस साल बाद कहाँ है वह जयसुन्दर बोस और कहाँ है वह वरुणा चौधरी ? कहाँ है वह कमला बोस और कहाँ वह राधेश्याम अग्रवाल ? अजय बोस और विजय बोस दो भाई भी आज न जाने कहाँ हैं ? सुनने में आता है कि एक भाई अमेरिका में है और दूसरा जर्मनी में। एक-एक मेमसाहब से शादी कर दोनों इंडिया को भूल चुके हैं। शायद वे वहाँ सुख-शान्ति से घर-गृहस्थी कर रहे हैं। उनमें से किसी का पता भी याद नहीं है। लेकिन उस सारे इतिहास का साक्षी बना वह मकान आज भी खड़ा है। उस बारह मंज़िले मकान में न जाने कितने दफ़्तर हैं और उन दफ़्तरों में सैकड़ों कर्मचारी काम करते हैं। मकान मालिक को उस मकान से हर महीने लगभग छह लाख रुपए किराए मिलते हैं। —छह लाख रुपए ? और वह भी हर महीने ? —हाँ। हर महीने नहीं तो क्या हर साल ? पूछा—उसका मालिक कौन है ? मेरे मित्र ने कहा—वही बताने के लिए तो वह कहानी सुनाई। शायद इसी को संयोग कहते हैं। यह संयोग कभी शुभ होता है तो कभी अशुभ। लेकिन इस मामले में कहना पड़ेगा कि संयोग शुभ ही था। नहीं तो उतना बड़ा मकान और उससे उतनी आमदनी किसके भाग्य में होती है ?

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Paperback

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Language

Hindi

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Publishing Year

2022

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