1945 से हिंदी और अंग्रेजी पत्रकारिता से जुड़े हैं। आरम्भ में दिल्ली प्रेस की सरिता, कैरेवान, मुक्ता आदि पत्रिकाएँ। 1963-78 मुम्बई से टाइम्स ऑफ इंडिया की पाक्षिक पत्रिका माधुरी का समारंभ और संपादन। 1978 में समांतर कोश पर काम करने के लिए वहाँ से स्वेच्छया मुक्त होकर दिल्ली चले आए। बीच में 1980 से 1985 तक रीडर्स डाइजेस्ट के हिंदी संस्करण सर्वोत्तम का समारंभ और संपादन। एक बार फिर पूरे दिन समांतर कोश पर काम। समांतर कोश का प्रकाशन 1996 में हुआ। उसके बाद से द्विभाषी हिंदी-भाषी डाटाबेस बनाने में व्यस्त। इसमें सक्रिय सहयोगी हैं पत्नी कुसुम कुमार, अनेक फुटकर कविताएँ, लेख, कहानियाँ, चित्र, नाटक, फ़िल्म समीक्षाएँ…
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