उत्तर प्रदेश के मेरठ के मूल निवासी निशान्त जैन वर्ष 2014-15 की संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में हिंदी माध्यम से अव्वल रहे थे। वरीयता सूची में उनका 13वाँ स्थान था। श्री जैन एक प्रशासनिक अधिकारी की व्यस्त जिम्मेदारी के बावजूद हिंदी में खूब लिखते हैं और उनकी कई पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं। उनकी शोधपरक पुस्तक-‘राजभाषा के रूप में हिंदी’ रा.पु. न्यास ने प्रकाशित की है। उनका बाल कविता संकलन ‘शादी बंदर मामा की’ मोटिवेशनल पुस्तक ‘रूक जाना नहीं’ भी बहुत चर्चित हैं। संप्रति : राजस्थान में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी।
View cart “Civil Seva Pariksha Kaise Kare Taiyari” has been added to your cart.