Vijay Mohan Sharma

Vijay Mohan Sharma

डॉ. विजय मोहन शर्मा

जन्म : 10 अक्टूबर, 1938।

शिक्षा : बी.टेक. ऑनर्स; एम.ई.,पी.एच.डी. (आई.आई.टी., दिल्ली); कोलंबो प्लान के तहत छह माह का इंग्लैंड में प्रशिक्षण; संयुक्त राष्ट्र की स्कीम के अन्तर्गत एक वर्ष का अलबर्टा विश्वविद्यालय, कनाडा में शोधकार्य।

सेवा : केन्द्रीय जल आयोग में सहायक निदेशक के पद से प्रारम्भ करके केन्द्रीय मृदा एवं सामग्री अनुसन्धानशाला के निदेशक पद से सेवानिवृत्त; एक्सपर्ट के रूप में वियतनाम, नेपाल, बंगलादेश और ग्रीस में तकनीकी सलाहकार।

तकनीकी सोसाइटी : भारतीय भू-तकनीकी सोसाइटी के भूतपूर्व मंत्री, पत्रिका सम्पादक और अध्यक्ष; इंडियन नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग के ‘फेलो’।

लेखन : तकनीकी विषयों पर लगभग 250 पर्चे प्रकाशित; दस पुस्तकों का सम्पादन/सह-सम्पादन; पाँच राष्ट्रीय/ अन्तरराष्ट्रीय पत्रिकाओं के सलाहकार सम्पादन मंडल में।

हिन्दी में रामविलास शर्मा से सम्बन्धित पाँच पुस्तकों का सम्पादन और प्रस्तुति : अत्रकुशलं तत्रास्तु, समालोचक, (चार खंड); संगीत का इतिहास और भारतीय नवजागरण की समस्याएँ, भाषा साहित्य और जातीयता, सचेतक और

डॉ. रामविलास शर्मा (तीन खंड)।

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