Desh Ke Shubhchintak Vyangya

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Desh Ke Shubhchintak Vyangya

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Author: Narendra Kohli

Availability: 10 in stock

Pages: 356

Year: 2012

Binding: Hardbound

ISBN: 9788170555841

Language: Hindi

Publisher: Vani Prakashan

Description

देश के शुभचिंतक व्यंग्य-1
नरेन्द्र कोहली के सृजन में कथा तथा व्यंग्य दोनों का ही संयोग है। उसकी आरंभिक कहानियों में भी व्यंग्य की झलक देखी जा सकती है, किन्तु इस संकलन में केवल वे ही रचनाएँ सम्मिलित की गई हैं, जो व्यंग्य के रूप में ही लिखी गई हैं – उनका शिल्प चाहें निबन्ध का हो, संस्मरण का हो, कथा का हो, आत्मकथा का हो, उपन्यास का हो, नाटक का हो। उनकी रचनाओं में मौलिक प्रयोगों का अपना महत्त्व है। वे प्रयोग आश्रितों का विद्रोह जैसी फंतासी के रूप में भी हो सकते हैं और पाँच एब्सर्ड उपन्यास जैसे नवीन और मौलिक अवश्रद्ध कथा-रूप में भी।
इस पुस्तक में पहली बार उनकी सारी व्यंग्य-रचनाएँ, एक स्थान पर उपलब्ध कराई जा रही हैं।

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Authors

Binding

Hardbound

ISBN

Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2012

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