Kavi Vandyaghati Gaein Ka Jeevan Aur Mrityu

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Kavi Vandyaghati Gaein Ka Jeevan Aur Mrityu

Kavi Vandyaghati Gaein Ka Jeevan Aur Mrityu

150.00 115.00

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Author: Mahashweta Devi

Availability: 5 in stock

Pages: 154

Year: 2007

Binding: Hardbound

ISBN: 9788183611046

Language: Hindi

Publisher: Radhakrishna Prakashan

Description

कवि वन्द्यघटी गाईं का जीवन और मृत्यु

वरिष्ठ बँगला लेखिका महाश्वेता देवी का यह लघु उपन्यास ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर रचा गया है लेकिन कवि वन्द्यघटी गाईं के जन्म और मृत्यु का इतिहास पूर्णतः लेखिका की अपनी मानस-कथा है। कोई ऐतिहासिक कथा नहीं। लेखिका ने इसके माध्यम से एक ऐसे युवक के प्रेम और जिजीविषा की अनूठी कहानी रचने की कोशिश की है जो अपने जन्म और जीवन को लाँघकर एक नई दुनिया का सृजन करना चाहता है लेकिन उसके हर प्रयास को तत्कालीन समाज ने मात दी।

चुयाड़ वंश में जन्मा युवक एक ब्राह्मण कन्या से प्यार करने लगता है लेकिन अन्ततः उसके हिस्से में आता है दुख और अपमान। निश्चय ही तरल संवेदना और प्रवाहमयी शिल्प में रची यह कृति एक बार फिर पाठकों को महाश्वेता देवी की रचनात्मक विशिष्टता से रू-ब-रू कराएगी।

Additional information

Authors

Binding

Hardbound

ISBN

Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2007

Pulisher

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