Khanabadoshiyan

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Khanabadoshiyan

Khanabadoshiyan

199.00 159.00

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199.00 159.00

Author: Pankaj Bhargava

Availability: 5 in stock

Pages: 96

Year: 2022

Binding: Paperback

ISBN: 9789355181466

Language: Hindi

Publisher: Vani Prakashan

Description

ख़ानाबदोशियाँ

सैलानी और यात्रा में अन्तर होता है। सैलानी की रुचि स्थानों को देखने में होती है, किन्तु यात्राी की रुचि व्यक्तियों को जानने-समझने में होती है, क्योंकि वे जानते हैं कि नगर का विकास नागरिकों का विकास नहीं होता, वे नागरिक ही होते हैं, जिनके मन, मस्तिष्क और हृदय में संस्कृति-सभ्यता के फूल ही नहीं उनका मूल भी होता है। प्रिय पंकज को जितना जानता हूँ, उससे यह कह सकता हूँ कि वह सैलानी नहीं, बल्कि एक यात्राी हैं, जो शब्द ही नहीं स्पन्दन भी सुन, समझ लेते हैं। मुझे विश्वास है कि यह यात्रा- वृत्तान्त पाठकों को संसार से जोड़ने, उसे समझने में सहायक होगा। शिवसंकल्पमस्तु।

– आशुतोष राना

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Paperback

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Hindi

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Publishing Year

2022

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