Mass Media Aur Samaj
₹250.00 ₹188.00
- Description
- Additional information
- Reviews (0)
Description
मास मीडिया और समाज
मनोहर श्याम जोशी को हिन्दी के प्रमुख पत्रकार-सम्पादक के रूप में भी याद किया जाता है। करीब 16 साल तक उन्होंने ‘साप्ताहिक हिन्दुस्तान’ का सम्पादन किया और बीसवीं शताब्दी के सत्तर के दषक में उन्होंने हिन्दी-पत्रकारिता के नये मानक गढ़े। नब्बे के दशक के बाद जिस पत्रकारिता को ‘इन्फोटेनमेंट’ के नाम से जाना गया उसके बीज वास्तव में ‘साप्ताहिक हिन्दुस्तान’ में ही पड़े थे। इसके अलावा, उन्होंने रेडियो-टेलीविजन की पत्रकारिता भी प्रमुखता से की। वे एक तरह से पत्रकारिता के सभी माध्यमों के माहिर विशेषज्ञ थे। टी.वी. के आरम्भिक धारावाहिक-लेखक तो थे ही।
‘मास मीडिया और समाज’ पुस्तक एक ऐसे ही माहिर विशेषज्ञ की डायरी की तरह है। समय-समय पर उन्होंने इन माध्यमों को लेकर जो टिप्पणियाँ कीं, उसके भूत-भविश्य को लेकर जो टीपें दीं, उसके कार्यकलापों पर जो टिप्पणियाँ कीं, पुस्तक में उनको संकलित किया गया है। माध्यम-माध्यम उनकी दृष्टि उस माध्यम में हिन्दी की स्थिति पर रहती थी। पुस्तक में ऐसे लेख हैं जिनसे माध्यमों की हिन्दी पत्रकारिता की स्थिति का पता चलता है। एक लेख हिन्दी समाज में मास मीडिया के महत्त्व-अमहत्त्व को लेकर है। हर लिहाज से, पुस्तक अध्येताओं, शोधकर्ताओं, मीडिया विशेषज्ञों के लिए समान महत्त्व की है। मनोहर श्याम जोशी के अनुभव और सूझ का सुन्दर संयोग इस पुस्तक में बन पड़ा है।
– प्रभात रंजन
Additional information
| Authors | |
|---|---|
| Binding | Hardbound |
| ISBN | |
| Language | Hindi |
| Pages | |
| Publishing Year | 2014 |
| Pulisher |











Reviews
There are no reviews yet.