Pichhale Panne Ki Auratein

-20%

Pichhale Panne Ki Auratein

Pichhale Panne Ki Auratein

495.00 395.00

In stock

495.00 395.00

Author: Sharad Singh

Availability: 5 in stock

Pages: 304

Year: 2016

Binding: Hardbound

ISBN: 9788171380855

Language: Hindi

Publisher: Samayik Prakashan

Description

पिछले पन्ने की औरतें

इस उपन्यास में जिन औरतों को पात्र के रूप में रखा गया है वे सदियों से सामाजिक उपेक्षा, और्थिक विपन्नता और दैहिक शोषण को अपनी नियति मानकर सहती आ रही हैं। वे बेड़नियों के नाम से भी जानी जाती हैं। ये जिस समुदाय से हैं उसमें धनार्जन का मुख्य साधन नाचना-गाना ही माना जाता है। मगर क्या सच सिर्फ यही है ? समाज में इन औरतों की उपस्थिति का अनुभव तो किया जाता है, किंतु इनके प्रति संवेदनात्मक अनभूति कभी-कभार ही उपजती है। अधिकांश लोगों के लिये ये औरतें ‘बेड़नी’ मात्र हैं, जिन्हें नाचने वाली के रूप में नचाया जा सकता है, जिन्हें भोगा जा सकता है और जिन्हें परम्पराओं की जंजीरों में जकड़ कर बंधुआ बनाए रखा जा सकता है, किंतु जिन्हें विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के प्रयत्न यदा-कदा ही उठते हैं।

स्त्री-विमर्श पर आधारित इस उपन्यास में सदियों से दलित, पीड़ित, शोषित और उपेक्षित स्त्रियों की जीवन-दशाओं एवं उनसे जुड़ी समस्याओं को रेखांकित किया गया है।

Additional information

Authors

Binding

Hardbound

ISBN

Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2016

Pulisher

Reviews

There are no reviews yet.


Be the first to review “Pichhale Panne Ki Auratein”

You've just added this product to the cart:

error: Content is protected !!