Pratinad

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Pratinad

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175.00 150.00

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175.00 150.00

Author: Narendra Kohli

Availability: 1 in stock

Pages: 140

Year: 2012

Binding: Hardbound

ISBN: 9788170554370

Language: Hindi

Publisher: Vani Prakashan

Description

प्रतिनाद

विधाओं की दृष्टि से पत्र-साहित्य एक प्रकार की विविधा है। पत्रों में संस्मरण भी हो सकते हैं, रेखाचित्र भी, समीक्षाएँ भी, हास्य-व्यंग्य भी और अपवाद स्वरूप कुछ पत्रों में कहानियाँ भी। लिखनेवाला तो अपने किसी मित्र, परिचित अथवा किसी सम्बन्धी को एक आत्मीय पत्र ही लिख रहा है किन्तु अनेक बार वह स्वयं भी नहीं जानता कि उसका वह पत्र कौन-सा रूप ग्रहण कर लेगा। पत्र औपचारिक भी होते हैं और अनौपचारिक भी किन्तु सम्बोधित व्यक्ति के विषय में बहुत कुछ बताने के साथ-साथ वे लिखने वाले के विषय में भी बहुत कुछ कह जाते हैं। अनौपचारिक पत्र तो एक प्रकार से पत्र लेखक का अपने विषय में दिया गया वक्तव्य ही होता है।

नरेन्द्र कोहली को विभिन्न लोगों द्वारा लिखे गए पत्रों में से, चुने गए ये कुछ विशिष्ट पत्र हैं, जिनका चयन स्वयं नरेन्द्र कोहली ने अपनी एक योजना के अधीन किया है। कुछ पत्र वरिष्ठ लेखकों के हैं. कछ सम्पादकों के और कुछ पाठकों के पर ये सारे पत्र नरेन्द्र कोहली के व्यक्तित्व तथा उनके रचना संसार के विषय में बहुत कुछ कहते हैं। इसलिए ये नरेन्द्र कोहली के पाठकों, समीक्षकों तथा शोधकर्ताओं के लिए पठनीय सामग्री के साथ-साथ महत्त्वपूर्ण दस्तावेज भी हैं।

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Hardbound

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Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2012

Pulisher

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