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Description
शब्द सितारे
हिंदी साहित्य में ऐसे अनेक महान लेखक, चिंतक, संपादक, साहित्यकार और कथाकार हुए हैं, जिनकी रचनाएँ उनके समय के संघर्ष और समाज का जीवंत दस्तावेज होती हैं। इन रचनाकारों को खूब पढ़ा जाता रहा, लेकिन रचना संसार को शब्द देने वाले उनके जिंदगीनामे के बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं। इन विभूतियों ने बरतानिया हुकूमत के खिलाफ जमकर कलम भी चलाई। उन्हें प्रताड़ित किया गया और जेल भी गए, लेकिन बावजूद इसके न तो इनकी धार कुंद हुई और न ही अंग्रेजों के विरुद्ध कोई नरमी बरती गई।
इस पुस्तक में मैथिलीशरण गुप्त, माखनलाल चतुर्वेदी, वृंदावनलाल वर्मा, दुष्यंत कुमार, राजेंद्र माथुर, फणीश्वरनाथ रेणु, रामधारी सिंह दिनकर, अमृता प्रीतम, खुशवंत सिंह और महान हिंदी सेवी फादर कामिल बुल्के जैसे विलक्षण रचनाकारों की निजी जिंदगी के कई अनछुए पहलुओं को कहानी की भाँति रोचक एवं भावनात्मक शैली में प्रस्तुत किया गया है।
अनुक्रम
★ अपनी बात
★ बेजोड़ कथा-शिल्पी (वृंदावनलाल वर्मा)
★ राष्ट्रकवि (मैथिलीशरण गुप्त)
★ क्रांतिदूत (फणीश्वरनाथ रेणु)
★ ओजस्वी रचनाकार (रामधारी सिंह दिनकर)
★ प्यार का झरना ( अमृता प्रीतम)
★ एक भारतीय आत्मा (माखनलाल चतुर्वेदी)
★ हिंदी गजल का राजकुमार (दुष्यंत कुमार)
★ लेखक और घुमक्कड़ (खुशवंत सिंह)
★ कलम का महानायक/सदी का संपादक (राजेंद्र माथुर)
★ हिंदी का बेटा (बाबा बुल्के)
Additional information
Authors | |
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Binding | Paperback |
ISBN | |
Language | Hindi |
Pages | |
Publishing Year | 2021 |
Pulisher |
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