भारत के राष्ट्रपति द्वारा 1989 में ‘पदमभूषण’ से सम्मानित डॉ. कर्त्तार सिंह दुग्गल (जन्म 1917) देश के एक प्रमुख साहित्यकार हैं। उनकी अनेक रचनाएँ पुरस्कृत हो चुकी हैं, यथा लघुकथाओं के लिए साहित्य अकादेमी पुरस्कार; नाटकों के लिए ग़ालिब अवार्ड; उपन्यासों के लिए भारतीय भाषा परिषद् पुरस्कार और भारतीय साहित्य के प्रति समग्र योगदान के लिए सोवियत लैंड नेहरू अवार्ड।
1993 में पंजाबी साहित्य अकादमी द्वारा सर्वश्रेष्ठ साहित्यकार और 1994 में पंजाबी विश्वविद्यालय को ओर से डॉक्टर आफ लिट्रेचर की मानद् उपाधि से उन्हें सम्मानित किया गया।
आकाशवाणी और नेशनल बुक ट्रस्ट में निदेशक पद पर रहने के बाद वे कुछ वर्ष योजना आयोग में सलाहकार (सूचना) रहे।
सम्प्रति उनका सारा समय लेखन के प्रति समर्पित है।
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