एक शोध-अध्येता तथा ‘एक्टिविस्ट’ हैं जिन्होंने देश-विदेश की कई पत्रिकाओं में लिखा है। उनका शोध-प्रबन्ध मुम्बई की श्रमिक स्त्रियों पर है। उन्होंने प्राग, चेक गणराज्य की संस्था ‘हेल्सिकी नागरिक परिषद’ में कार्य किया है और सम्प्रति वे अमेरिका में ऐसी पुस्तक लिख रही हैं जो विवाद के राजनीतिक हलके के रूप में विभाजन की अवधारणा की जाँच-परख करती है।
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