- Description
- Additional information
- Reviews (0)
Description
सफल व्यक्तित्व के हनुमान मंत्र
सफलता प्राप्त करने के लिए व्यक्ति में आत्मविश्वास, ज्ञान, अनुभव, विषय-विशेषज्ञता तथा विश्वसनीयता जैसे गुणों की आवश्यकता होती है। आश्चर्य की बात है कि सीताजी की खोज में लंका जाने के लिए हनुमानजी के पास ऊपर वर्णित कोई भी गुण नहीं थे। उन्हें अपने बल का बोध नहीं था, जामवंत को उनमें ‘आत्मविश्वास’जगाना पड़ता है। समुद्र को पार करने का उनके पास ‘अनुभव’ नहीं था। लंका की भौगोलिक स्थिति का उन्हें कोई ‘ज्ञान’ नहीं था। वे यह भी नहीं जानते थे कि जिनकी खोज करनी है वे सीताजी दिखती कैसी हैं। लंका में भय एवं आशंका से घिरे सीताजी का ‘विश्वास’जितना सबसे कठिन चुनौती थी।
मगर हनुमानजी, इन सभी चुनौतियों पर विजय प्राप्त करते हुए न सिर्फ सीताजी की खोज करने में सफल होते हैं। बल्कि राक्षस वधकर, लंका जलाकर, शत्रु दल में भय तथा सीताजी के मन में श्रीराम से मिलने का विश्वास जगाकर, सकुशल वापस लौट आते हैं।
हनुमानजी की इस आसाधारण सफलता का मुख्य कारण, उनके व्यक्तित्व की विशेषता है। इसे हम ‘सफल व्यक्तित्व के हनुमान मंत्र’ के माध्यम से जान एवं समझ सकते हैं।
डॉ. आदित्य शुक्ल
Additional information
Authors | |
---|---|
Binding | Paperback |
Language | Hindi |
ISBN | |
Pages | |
Publishing Year | 2022 |
Pulisher |
Reviews
There are no reviews yet.