Kanhaiya Singh
कन्हैया सिंह
प्रमुख भारतीय साहित्यकार डॉ. कन्हैया सिंह पाठ-सम्पादन एवं सूफ़ी काव्य के अधिकृत विद्वान् के रूप में हिन्दी जगत् में सुपरिचित हैं।
आजमगढ़ जनपद में जन्में डॉ. कन्हैया सिंह एम.ए., एल.एल-बी., पी–एच-डी., डी-लिट् की उपाधि प्राप्त हैं।
विधि प्रवक्ता के रूप में इन्होंने अपने अध्यापकीय जीवन का प्रारम्भ करते हुए हिन्दी के प्रवक्ता-रीडर अध्यक्ष, प्राचार्य, कार्यकारी अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान, आदि दायित्वों का निर्वहन किया। इनकी चर्चित पुस्तकों में-सूफ़ी काव्य : सांस्कृतिक अनुशीलन, युगद्रष्टा मलिक मुहम्मद जायसी, सूफ़ीमत, हिन्दी सूफ़ी काव्य में हिन्दू संस्कृति, उदार इस्लाम का सूफ़ी चेहरा, पाठसम्पादन के सिद्धान्त, हिन्दी पाठानुसन्धान, जायसीकृत ‘पदुमावति : मूल पाठ और टीका’, मध्यकालीन अवधी का विकास, राहुल सांकृत्यायन, अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ आदि हैं। सृजनात्मक साहित्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण-साहित्य और संस्कृति (निबन्ध संग्रह), वेदना के संवाद (ललित निबन्ध), अँधेरे के अध्याय (संस्मरण), पत्थर की मुस्कान (कहानी संग्रह), दक्षिणांचल दर्शन (यात्रा वृत्तान्त) आदि पुस्तक हैं। इनकी कुल चालीस से अधिक मौलिक पुस्तकें प्रकाशित हैं। इनके साहित्यिक अवदान को देखते हुए इनको उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, लखनऊ का पण्डित दीनदयाल उपाध्याय साहित्य सम्मान तथा साहित्य भूषण सम्मान, केन्द्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा का सुब्रह्मण्यभारती पुरस्कार, हिन्दी साहित्य सम्मेलन प्रयाग का साहित्य महोपाध्याय आदि पुरस्कारों से विभूषित किया गया है।
सम्पर्क : हिमाद्रि, राहुल नगर, आजमगढ़ – 276001।