Mansik Shanti Tatha Sadhana Se Aatmik Anand

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Mansik Shanti Tatha Sadhana Se Aatmik Anand

Mansik Shanti Tatha Sadhana Se Aatmik Anand

150.00 149.00

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150.00 149.00

Author: Nandlal Dashora

Availability: 5 in stock

Pages: 112

Year: 2015

Binding: Paperback

ISBN: 0

Language: Hindi

Publisher: Randhir Prakashan

Description

मानसिक शान्ति तथा साधना से आत्मिक आनंद

मनुष्य सर्वप्रथम भौतिक सुख की चाह करता है और इसकी पूर्ति पर वह मानसिक शान्ति चाहता है। शान्ति की अनुभूति अशान्ति के कारण होती है इसलिए सुख को जानने के लिए दुख को जानना पड़ेगा। दुःख मन की अनुभूति है। मन की रचना अज्ञान से हुई है वह अज्ञानवश जो कर्म करता है वही उसके दुःख का कारण बनता है। ज्ञान के बिना शान्ति की आशा करना मृगमरीचिका के समान मिथ्या है। अज्ञानवश ही मनुष्य को भ्रम हो गया है कि सांसारिक पदार्थ और परिवार उसे सुख दे सकता है जिनके पास यह सब कुछ भी है वे भी दुःखी हैं तो इसका अर्थ है कि सुख कहीं अन्यत्र है।

अन्यत्र कहाँ ? यहीं से ज्ञान प्राप्ति की जिज्ञासा करके हम मानसिक शान्ति की ओर बढ़ चलें, इसी भावना से यह पुस्तक आपके लिए लिखी गई है।

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Authors

Binding

Paperback

ISBN

Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2015

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